मुस्कुराते हुए बताये उसने अपने दिल में दबे जज्बात। मुस्कुराते हुए बताये उसने अपने दिल में दबे जज्बात।
जो इस अंधेरे में कहीं घूम रही हूँ मैं जो इस अंधेरे में कहीं घूम रही हूँ मैं
उठीं थीं आंधियाँ तब ही, जब आहट थी बहारों की। रुकी हर स्वप्न की डोली, प्रतीक्षा में क उठीं थीं आंधियाँ तब ही, जब आहट थी बहारों की। रुकी हर स्वप्न की डोली, प्...
मातृभूमि की लाज के खातिर सर्वश अपना लुटाऊंगा, इस माटी में जन्म लिया है, इस माटी में मातृभूमि की लाज के खातिर सर्वश अपना लुटाऊंगा, इस माटी में जन्म लिया है, ...
ये कल की भी बात ही होगी जब तुम मेरे साथ में होगी। ये कल की भी बात ही होगी जब तुम मेरे साथ में होगी।
फिर कहीं ओझल हो गया कल उस बात को एक साल हो गया। फिर कहीं ओझल हो गया कल उस बात को एक साल हो गया।